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Showing posts from August, 2017

तुलसी कौन थी?

```तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब ...

कैसे मिली सज़ा गणपति को?

एक बार बाल गणेश अपने मित्र मुनि पुत्रों के साथ खेल रहे थे। खेलते-खेलते उन्हें भूख लगने लगी। पास ही गौतम ऋषि का आश्रम था। ऋषि गौतम ध्यान में थे और उनकी पत्नी अहिल्या रसोई में ...

एक औरत को आखिर क्या चाहिए होता है?

राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए। हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी जीत से प्रसन्न था और उसने हर्षवर्धन के सम्मुख एक प्रस्ता...

कालिदास का शास्त्रार्थ

कालिदास को एक बार पड़ोसी राज्य से शास्त्रार्थ का निमंत्रण मिला। वह शास्त्रार्थ के लिए रवाना हुए। रास्ते में उन्हें प्यास लगी। सामने एक कुआं दिखाई दिया। पास ही झोपड़ी थी...

अदभुत रहस्य :आखिर क्यों निगला सीताजी ने लक्ष्मण को

एक समय की बात है मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम रावण का वध करके भगवती सीता के साथ अवधपुरी वापस आ गए । अयोध्या को एक दुल्हन की तरह से सजाया गया और उत्सव मनाया गया ।उत्सव मनाया जा ...

सुन्दर-कांड पाठ का रहस्य

कुछ न कुछ तो सत्य है ही साधना में जो इस धरती के करोड़ों लोग इस के मार्ग पर चल रहे हैं, उन्हें कुछ न कुछ तो मिलता ही है जो तमाम लोग अपना समय लगा रहे हैं। सत्य ही कहा गया है कि साधना म...

कान्हा का बाल स्वरूप

एक बार कन्हैया को जिद्द चढ़ गई कि मैं अपना चित्र बनवाऊँगा ये बात कान्हा ने मईया ते कही, मईया मै अपना चित्र बनवाऊँगो, मईया बोली चित्र बनवाय के का करेगो, कन्हैया बोले, मोय कछू ना ...

उचित दण्ड

राजगृह में एक बड़े उत्सव का आयोजन हुआ । उसमें नृत्य के लिए एक कुशल नर्तकी को, जो एक ग्वाले की पत्नी थी, आमंत्रित किया गया ।  उस समय गर्भवती होने के कारण उसने अपनी असमर्थता व्य...